THE BASIC PRINCIPLES OF SHIV CHALISA IN HINDI

The Basic Principles Of shiv chalisa in hindi

The Basic Principles Of shiv chalisa in hindi

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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥

Chalisa is actually a forty-verse prayer devoted to a particular Hindu God or Goddess. The verses of a Chalisa glorify the acts and deeds on the deities. It has verses praying into the Lord for ending sorrow inside our life and brings peace, wellness, and prosperity.

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

अर्थ: पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रुप से मिलता है। त्रयोदशी (चंद्रमास का तेरहवां दिन त्रयोदशी कहलाता है, हर चंद्रमास में दो त्रयोदशी आती हैं, एक कृष्ण पक्ष में व एक शुक्ल पक्ष में) को पंडित बुलाकर हवन करवाने, ध्यान करने और व्रत रखने से किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं रहता।

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु more info अब संकट भारी॥

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सुर shiv chalisa lyricsl ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ जो यह पाठ करे मन लाई ।

श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।

पाठ पूरा हो जाने पर कलश का जल सारे घर में छिड़क दें।

जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब Shiv chaisa के घटवासी॥

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